श्रीनगर। आजकल की दौड़ती भागती जिंदगी में कम ही ऐसे लोग हैं जो बेजुबानों के काम भी आते हैं। गढ़वाल विश्वविद्यालय के एसीएल हॉल के समीप एक बड़े पेड़ की टहनी पर पतंग के मांझे पर एक बाज फंस गया था। बाज को तड़पता हुआ देख केंद्रीय विवि हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कपिल पंवार एवं गौ सेवा समिति के सदस्यों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए बाज का सकुशल रेस्क्यू करवाया।
डॉ .कपिल पवार द्वारा बताया गया कि उन्होंने देखा कि एक बाज बड़े पेड़ की टहनी पर पतंग के मांझे में फंसा तड़प रहा है। जिसे बंदर भी परेशान कर रहे थे। इसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को दी। विभाग द्वारा बताया गया कि उनके पास संसाधन उपलब्ध नहीं है। इतने में वहाँ गौ सेवा समिति के अध्यक्ष अनुज जोशी, कोषाध्यक्ष सूर्य प्रकाश नौटियाल, रवि कैंतूरा व संजय सजवान भी पहुंच गए।
गौ सेवा समिति के कोषाध्यक्ष सूर्यप्रकाश नौटियाल ने बताया कि बाज के रेस्क्यू के लिए नगर निगम से भी क्रेन के लिए बात की गई। उनके द्वारा भी क्रेन खराब होने की बात कही गई। जिसके बाद रेलवे का काम देख रही कंपनी से हाइड्रा मशीन मंगाई गई। समिति के अध्यक्ष अनुज जोशी ने हाइड्रा मशीन में चढ़कर मांझे में फंसे बाज को सकुशल निकाला। बाज के रेस्क्यू में ढाई घंटे का समय लगा। मौके पर उपस्थित सभी लोगों ने बेजुबान पक्षी को सकुशल रेस्क्यू किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए सभी की सराहना की।