सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
उत्तराखंड (गढ़वाल)। संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ ने सांसद रमेश पोखरियाल निशंक से नर्सिंग भर्ती में बाहरी राज्यों के आवेदकों के आवेदन निरस्त किए जाने की गुहार लगाई है। महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने जौलीग्रांट में सांसद निशंक से मुलाकात कर अपनी समस्याओं का ज्ञापन सौंपा। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजल्वाण ने कहा कि 12 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद सरकार द्वारा 2900 पदों पर नर्सिंग की भर्ती वर्षवार करने का निर्णय लिया गया। 3 जनवरी से नर्सिंग भर्ती गतिमान कर दी गई है। लेकिन नर्सिंग भर्ती में बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया जा रहा है। जो कि उत्तराखंड के बेरोजगारों के साथ अन्याय है। उन्होंने बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त करने की मांग की। साथ ही फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाकर आवेदन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई।
संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ काफी समय से नर्सिंग भर्ती किए जाने की मांग को लेकर आंदोलित है। नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया में बाहरी राज्यों के आवेदकों के शामिल होने से महासंघ कई जगह पर विरोध प्रदर्शन कर चुका है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत से मिलकर उन्हें भी समस्या से अवगत कराया है।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजल्वाण ने प्रदेश में समूह ग के पदों को केवल उत्तराखंड के मूल निवासियों के लिए आरक्षित करने हेतु अध्यादेश लाने की मांग की। उन्होंने सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के माध्यम से बेरोजगारों के पक्ष में राज्य सरकार से उच्च न्यायालय में मजबूत पैरवी किए जाने की मांग की। सांसद द्वारा संगठन की मांग को जायज बताते हुए राज्य सरकार से इसका समाधान निकालने का आश्वासन दिया गया।
महासंघ के सदस्यों ने कहा कि यदि सरकार सकारात्मक कार्रवाई नहीं करती है तो जल्द सचिवालय कूच किया जायेगा। साथ ही पूरे प्रदेश में संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। प्रतिनिधिमंडल में रवि सिंह रावत, महिपाल सिंह, नीरज वर्मा, पूजा मनवाल, मीनाक्षी, शर्मिला बडोनी, राखी, मोनिका, शीतल आदि शामिल थे।