जल विद्युत परियोजना से हो रहे नुकसान के बारे में जनता को जागरूक करेगा युवाओं का यह दल
गढ़वाल। जोशीमठ सहित हिमालयी क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के संदेश और जोशीमठ की जनता के लिए न्याय की मांग के साथ जोशीमठ के 9 युवाओं का दल जोशीमठ से देहरादून तक पैदल यात्रा के लिए रवाना हुआ। यह दल अपनी यात्रा के दौरान लोगों से मिलकर विनाशकारी विकास के ढांचे के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करेगा साथ ही जोशीमठ क्षेत्र के आपदा प्रभावितों की पीड़ा को जन-जन तक पहुंचाएगा। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति द्वारा चल रहे धरने के 56वें दिन धरने पर बैठे आंदोलनकारियों ने इन युवाओं को फूल माला पहनाकर पैदल यात्रा को रवाना किया। युवाओं का यह दल 1 मार्च को हेलंग, 2 को पीपलकोटी, 3 को चमोली, 4 कर्णप्रयाग, 5 को रुद्रप्रयाग होते हुए 6 को श्रीनगर पहुंचेगा। देवप्रयाग, कौड़ियाला, शिवपुरी होते हुए 12 को यह दल ऋषिकेश पहुंचेगा। 14 मार्च को देहरादून के गांधी पार्क पर पहुंचकर इस यात्रा का समापन होगा।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने बताया की जोशीमठ क्षेत्र की प्रभावित जनता के लिए न्याय की मांग को लेकर युवाओं ने देहरादून तक पैदल यात्रा शुरू की है। अपनी यात्रा के दौरान यह युवा जल विद्युत परियोजना से हो रहे नुकसान के बारे में जनता को जागरूक करेंगे और जोशीमठ क्षेत्र की जनता के लिए समर्थन की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि विनाशकारी परियोजनाओं पर रोक लगनी चाहिए ताकि आने वाले समय में हिमालय क्षेत्र को और अधिक नुकसान से बचाया जा सके। कहा कि प्रभावितों के विस्थापन पुनर्वास एवं उचित मुआवजे लिए शासन प्रशासन शीघ्र कार्यवाही करे। पैदल यात्रा में अमन राणा, कुणाल सिंह, तुषार धीमान, अमन नौटियाल, ऋत्विक, सचिन रावत, ऋत्विक हिंदवाल, आयुष डिमरी, मयंक शामिल है।