जोशीमठ के 11 युवाओं का दल पैदल यात्रा कर जोशीमठ से श्रीनगर पहुंचा
श्रीनगर। जोशीमठ सहित हिमालयी क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के संदेश और आपदा ग्रसित जोशीमठ क्षेत्र की जनता के लिए न्याय की मांग के साथ जोशीमठ के 11 युवाओं का दल पैदल यात्रा कर जोशीमठ से श्रीनगर पहुंचा। यात्रा के श्रीनगर पहुंचने पर गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्रसंघ पदाधिकारियों सहित स्थानीय लोगों ने यात्रा में शामिल जुझारू युवाओं का स्वागत किया। इस दौरान संपूर्ण हिमालय क्षेत्र को बचाने के लिए अनियोजित और अनियंत्रित विकास परियोजनाओं पर तत्काल रोक लगाए जाने की एक सुर में मांग की गई।
दल के सदस्य सचिन रावत ने कहा कि रेलवे की बड़ी-बड़ी सुरंगे बनाकर हिमालयी क्षेत्रों को खोखला किया जा रहा है।जोशीमठ अभी पहला उदाहरण है, जो आपदा आज जोशीमठ वासी झेल रहे हैं। अगर ऐसी अनियोजित परियोजनाओं पर रोक नहीं लगाई जाएगी तो अन्य जगह पर भी ऐसी आपदा देखने को मिल सकती है। पूरा जोशीमठ अभी तक पीड़ित है। दूध बेचने वाले से लेकर सब्जी बेचने वाले तक का रोजगार नहीं चल रहा है।उन्होंने शासन प्रशासन से जोशीमठ क्षेत्र के पीड़ित जनता के शीघ्र मुआवजे, पुनर्वास आदि की व्यवस्था किए जाने की मांग की। आइसा छात्र संगठन की डॉ. शिवानी पांडे ने कहा कि हमें एकजुट होकर जोशीमठ के लोगों के साथ खड़े होने की जरूरत है और सरकार तत्काल जोशीमठ के आपदा पीड़ित लोगों की समस्याओं के लिए ठोस कार्यवाही करे। विश्वविद्यालय के छात्र संघ उपाध्यक्ष रॉबिन असवाल ने कहा कि हमें समय रहते जागरूक होने की जरूरत है। वरना पूरे उत्तराखंड पर जोशीमठ जैसा खतरा मंडरा रहा है। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी अनिल स्वामी ने कहा कि उत्तराखंड के युवा आज सरकार की अनियोजित व अनियंत्रित विकास परियोजनाओं के कारण सड़कों पर हैं। हम सभी को समय पर जागरूक होने की जरूरत है नहीं तो आने वाले समय में हालात और भी खराब होंगे। इस दल में सचिन रावत, आयुष डिमरी, मयंक भुंजवान, ऋतिक रागा, ऋतिक हिंदवाल, अभय राणा, कुणाल रागा, तुषार धीमान, अमन नौटियाल, अंकित, लकी शामिल है। ये यात्रा जोशीमठ के विस्थापन और पुनर्वास की मांग को लेकर 1 मार्च से जोशीमठ से देहरादून की 290 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकला है। आपदाग्रस्त जोशीमठ का दर्द सरकार और शासन तक पहुंचाने के लिए निकली यह युवा यात्रा 14 मार्च को देहरादून पहुंचेगी। युवा यात्रियों का स्वागत करने वालों में छात्र संघ महासचिव सम्राट राणा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित उछोली, योगेंद्र कांडपाल, अरुण कुकसाल, रंजना, वीरेंद्र वर्मा, समरवीर, रेशमा पंवार, अनिल नौटियाल आदि मौजूद रहे।