सांख्यिकी विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ समापन
श्रीनगर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर सांख्यिकी विभाग द्वारा अनुसंधान पद्धति में सांख्यिकीय तकनीकों का अंतर्विषयक दृष्टिकोण पर केंद्रित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला/ संगोष्ठी का समापन शनिवार को हुआ। एकेडमिक एक्टिविटी सेंटर चौरास परिसर में आईसीएसएसआर द्वारा प्रायोजित इस कार्यशाला में कई राज्यों के विश्वविद्यालयों के सांख्यिकी विशेषज्ञों व शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि देश एवं प्रदेश की विकास परक नीतियों में सांख्यिकी का अहम योगदान होता है। यह एक ऐसा विषय है जो हर क्षेत्र की नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने सांख्यिकी विभाग व राष्ट्रीय कार्यशाला के संयोजक प्रो.ओके बेलवाल को कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई दी, साथ ही भविष्य में इसी तरह से आयोजन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यशाला के अंतिम दिन 4 सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमें गुवाहाटी विश्वविद्यालय असम के प्रो.अमित चौधरी ने अपने सत्र में छात्रों को डेटा संग्रहण, डाटा एनालाइज के बारे में जानकारी दी साथ ही शोध पत्र प्रस्तुत करने के दौरान की जाने वाली गलतियों के बारे में शोधार्थियों को अवगत कराया। विषय विशेषज्ञ द्वारा सांख्यिकी सॉफ्टवेयर का शोध में विश्लेषण सहित नवीनतम सांख्यिकी तकनीकियों की तमाम जानकारियां दी गई। कार्यशाला के दौरान शोधार्थियों द्वारा लगभग 50 शोध पत्र भी प्रस्तुत किए गए। सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष कार्यशाला के संयोजक प्रो.ओके बेलवाल ने राष्ट्रीय कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया, साथ ही सांख्यिकी विभाग के शोध छात्र व स्नातकोत्तर छात्रों सहित सांख्यिकी विभाग के भूतपूर्व शोध छात्रों द्वारा इस कार्यशाला के सफल आयोजन में दिए गए योगदान की सराहना की।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एनएस पंवार, कार्यक्रम सचिव डॉ. लाखन सिंह, डॉ.जगदीश पुरोहित, डॉ. अंकित कपरवाण, डॉ.पुष्पा पंवार, डॉ.सुभाष बहुगुणा, डॉ.पंकज बहुगुणा, डॉ.नितिन कामबोज, डॉ.निधि मलिक, डॉ. बिपिन नेगी, देवी प्रसाद लखेड़ा, रिचा शर्मा, निधि गैरोला, दीक्षा मलिक , प्रांजल कंडवाल, कार्तिकेय बहुगुणा, सुशांक नेगी, आदर्श कुमार, शीतल, रितिका, लक्ष्मण, रितिक, केशव, आशीष, अशोक, पूजा, शाजमिया, तनुश्री आदि मौजूद थे।