राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर गढ़वाल विश्वविद्यालय में हुआ वेबीनार का आयोजन
श्रीनगर। राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग द्वारा संगोष्ठी/वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसमें सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.ओके बेलवाल ने सांख्यिकी और आर्थिक नियोजन के क्षेत्र में प्रो. स्व. प्रशांत चंद्र महलानोबिस द्वारा किए गए उल्लेखनीय योगदान की जानकारी दी। बताया कि भारत में हर साल 29 जून को सांख्यिकीय विज्ञान के पिता कहे जाने वाले महान वैज्ञानिक , सांख्यिकी के मुख्य स्तंभ प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस के जन्मतिथि के अवसर पर उनके योगदान को समर्पित करते हुए राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है। उन्होंने 1950 में राष्ट्रीय सैम्पल सर्वे और केंद्रीय सांख्यिकी संगठन की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक योजना और नीति निर्माण में सांख्यिकी की भूमिका और महत्व के बारे में प्रो. महालनोबिस से प्रेरणा लेने के लिए विशेष रूप से युवा पीढ़ी को जागरूक करना है।
वेबिनार में मुख्य वक्ता अर्थ एवं संख्या निदेशालय देहरादून के संयुक्त निदेशक डॉ.दिनेश चंद्र बडोनी ने अर्थ एवं संख्या निदेशालय की भूमिका और कार्य से युवाओं को रूबरू करवाया। उन्होंने राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सांख्यिकी का उक्त सभी योजनाओं के सफल क्रियावयन मे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने आंकड़ों के विश्लेषण एवं संकलन में अर्थ एवं संख्या निदेशालय की महत्वपूर्ण जानकारी छात्रों को दी। कार्यक्रम के अन्य वक्ता डीआईटी विश्वविद्यालय के डा. नितिन काम्बोज ने डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग: संख्यिकीविद के लिए अवसर” जैसे महत्वपूर्ण विषय की जानकारी छात्रों को दी।वेबीनार का संचालन पीएचडी स्कॉलर निधि गैरोला ने किया।वेबिनार में डॉ.लाखन सिंह, डॉ.अंकित कपरवाण, डॉ. जगदीश पुरोहित, डॉ. पंकज बहुगुणा, डॉ. इस्मिता शर्मा, डॉ. सुभाष बहुगुणा, डॉ. निधि नौटियाल, डॉ. रेणुका रावत, ऋचा शर्मा, प्रांजल कंडवाल, दीक्षा मल्लिक, कार्तिकेय बहुगुणा, आदि शामिल थे।