राज्य सम्मेलन में नवनियुक्त पदाधिकारियों ने छात्र, युवाओं व आमजन के हकों के संघर्ष लिए लिया एकजुटता का संकल्प
श्रीनगर। नफरत नहीं, सबको शिक्षा और सम्मानजनक रोजगार के नारे के साथ आयोजित छात्र संगठन आइसा के छठवें राज्य सम्मेलन में आइसा की नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित उछोली को आइसा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। रामनगर के सुमित कुमार को उपाध्यक्ष, नैनीताल के धीरज कुमार को सचिव, गढ़वाल विवि के छात्रसंघ उपाध्यक्ष रॉबिन असवाल को सह सचिव, जोशीमठ के सचिन रावत को कोषाध्यक्ष बनाया गया।इस दौरान 19 सदस्यीय परिषद, 11 सदस्यीय कार्यकारिणी और 5 पदाधिकारियों को चुना गया।नवनियुक्त पदाधिकारियों ने छात्र, युवाओं व आमजन के हकों के संघर्ष लिए एकजुटता का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में आइसा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अंकित उछोली ने कहा कि आइसा छात्रों, युवाओं के संघर्ष की अपनी ऐतिहासिक विरासत को भविष्य में भी जारी रखेगी। नई शिक्षा नीति ने पहाड़ के छात्रों के साथ जो अन्याय किया है हम उसके खिलाफ संघर्ष करेंगे, और इसके साथ ही राज्य के शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पलायन के सवाल पर भी लोगों के लिए संघर्ष करेंगे। प्रदेश सचिव धीरज कुमार ने कहा कि हमारी क्रांतिकारी परंपरा आम लोगों के लिए संघर्ष करने की रही है, और हम इस राज्य में उस परंपरा को आगे बढ़ाएंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष सुमित कुमार ने कहा कि राज्य के अन्य सवालों पर भी संघर्ष जारी रहेगा। हम अंकिता भंडारी, और भर्ती घोटालों पर संघर्ष करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। सह सचिव रॉबिन असवाल ने कहा कि सीयूईटी ने छात्रों को प्रयोगशाला बना दिया है। शिक्षा दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही हैं। इसी के खिलाफ हम लड़ेंगे।
कोषाध्यक्ष सचिन रावत ने कहा कि जोशीमठ का सवाल केवल जोशीमठ का नहीं है बल्कि ये पूरे राज्य का सवाल है। हमारा पूरा राज्य विकास के दुष्प्रभावों को झेल रहा है। हम इस के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे और जोशीमठ के लोगों के संघर्ष में खड़े रहेंगे। सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में आइसा के राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।