अगले वर्ष और भी भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा बैकुंठ चतुर्दशी मेला: डॉ.धन सिंह
विजेता छात्र-छात्राओं सहित जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम श्रीनगर, मेला समिति के सदस्य हुए सम्मानित
श्रीनगर। आवास विकास प्रदर्शनी मैदान में आयोजित सात दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेले का पुरस्कार वितरण के साथ शुक्रवार को समापन हो गया। इस अवसर पर बैकुंठ चतुर्दशी मेले के भव्य और सफल संचालन के लिए कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नगर आयुक्त उप जिलाधिकारी नूपुर वर्मा को विशेष तौर पर सम्मानित किया।
बैकुंठ चतुर्दशी मेले के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं विजय प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सात दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला एवं विकास प्रदर्शनी का आयोजन बेहद खास रहा। कहा कि अगले वर्ष भी अन्य गतिविधियां शामिल करते हुए मेले को नये स्वरूप में और भी भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने मेले के सफल आयोजन को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम श्रीनगर, मेला समिति, पर्यावरण मित्रों सहित अन्य लोगों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सम्मानित किया। कहा कि मेले के सफल आयोजन को लेकर विभागों का विशेष सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि बैकुंठ चतुर्दशी मेले के अवसर पर पहली बार राफ्टिंग का आयोजन किया गया है। कहा कि निरंतर राफ्टिंग होने से स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी मजबूत होगी।
मेले के समापन अवसर पर शैलजा सामाजिक समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी गई। संचालन राकेश भट्ट एवं राखी धनाई ने किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, उप जिलाधिकारी श्रीनगर नुपूर वर्मा, सहायक नगर आयुक्त रविराज बंगारी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मोहनलाल जैन, पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री अतर सिंह असवाल, डॉ. दीपा रावत, कोतवाल विनोद गुसांई, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी गणेश भट्ट, महंत आशुतोष पुरी, महंत नितिन पुरी आदि मौजूद रहे।
चक्रव्यूह का भावपूर्ण मंचन देख नम हुई दर्शकों की आंखें
श्रीनगर। बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले में चक्रव्यूह का भावपूर्ण मंचन देखकर दर्शकों के आंखे नम हो गई। प्रसिद्ध रंगकर्मी डा. राकेश भट्ट के निर्देशन में गुरुवार को आयोजित चक्रव्यूह का मंचन देखने काफी संख्या में लोग प्रदर्शनी मैदान पहुंचे। वीर अभिमन्यु के चक्रव्यूह भेदने, दुर्योधन द्वारा छल पूर्वक उसके अस्त्र-शस्त्र रखवा लेने, सात महारथियों द्वारा उसे मारने का आकर्षक सजीव मंचन किया गया।