Raghunath Kirti Campus Central Sanskrit University, Devprayag
सनातन संस्कृति के साथ रोजगार से भी जुड़ेंगे छात्र-छात्राएं: बाबा रामदेव
देवप्रयाग। संस्कृत, वैदिक अध्ययन, ज्योतिष आदि में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सौगात दी है। करीब 120 करोड़ की लागत से तैयार हुए केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर का मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। यह परिसर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का 13वां परिसर है। कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी, गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, देवप्रयाग के विधायक विनोद कंडारी तथा पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी भी उपस्थित रहे।
इस दौरान वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संस्कृत शिक्षा अब स्वरोजगार व रोजगार का माध्यम बन रही है। इस अवसर पर कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा कि इस वर्ष केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ढाई सौ अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने परिसर में कक्षा 6 से लेकर 10 तक चल रहे पुराने विद्यालय को अधिग्रहण करने की भी घोषणा की।
इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि ऐसे संस्थान से सनातन संस्कृति के साथ छात्र-छात्राएं रोजगार से भी जुड़ेंगे। संस्कृत के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास और भारतीय संस्कृति के पहचान की नई गाथाएं लिख रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत गुलामी और पराभव की सोच को पीछे छोड़ते हुए विश्व को नेतृत्व प्रदान करने में सक्षम हो रहा है।
विधायक विनोद कंडारी ने कहा की क्षेत्र के साथ-साथ पूरे प्रदेश के छात्र-छात्राएं इस केंद्रीय संस्कृत विवि से लाभान्वित होंगे। परिसर के निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन किया
इस अवसर पर प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन भी किया गया। साथ ही परिसर की त्रिभाषीय अर्द्ध वार्षिक पत्रिका ‘देवभूमि सौरभम्’ तथा साहित्य विभाग की पत्रिका ‘काव्यलक्षणविमर्श’ का भी विमोचन किया गया।