श्रीनगर के बाद अब कीर्तिनगर क्षेत्र में बाघ की सक्रियता से बना भय का माहौल
श्रीनगर। विकासखंड कीर्तिनगर के नैथाणा गांव में घास लेने गई तीन महिलाओं पर बाघ ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। वहीं कीर्तिनगर क्षेत्र के डांग गांव में एक 90 वर्षीय माई पर बाघ ने हमला कर उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया। जिन्हें ग्रामीणों द्वारा उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। बाघ के हमले की सूचना से क्षेत्रवासी दहशत में आ गए।
कीर्तिनगर की खण्ड विकास अधिकारी दमयंती रावत ने बाघ आतंक को देखते हुए कल शुक्रवार 23 फरवरी को कीर्तिनगर ब्लॉक के सभी शासकीय, अशासकीय एवं निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया। उधर डांगचौरा के ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि शुक्रवार सांय बाघ ने एक कुत्ते को निवाला बनाने की कोशिश की। शोरगुल के बाद बाघ कुत्ते को वहीं छोड़कर भाग गया।
श्रीनगर के बाद अब कीर्तिनगर क्षेत्र में बाघ की सक्रियता से क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। हर कोई हैरान है कि आखिर बाघ का आतंक इतना क्यों बढ़ रहा है।
जानकारी के अनुसार टिहरी जिले के विकासखंड कीर्तिनगर की नैथाणा गांव की तीन महिलाएं दोपहर गांव के पास घास लेने गई थीं। वही घात लगाये गुलदार ने महिलाओं पर हमला कर दिया। जिस कारण 70 वर्षीय संपदा देवी, 30 वर्षीय मेघना चौहान, व 32 वर्षीय सुमित्रा चौहान बुरी तरह जख्मी हो गई। किसी तरह सुमित्रा ने हिम्मत कर गुलदार पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए जिस कारण गुलदार वहां से भागा।
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद महिलाओं को उनके घर भेज दिया गया। उधर कीर्तिनगर क्षेत्र के डांग गांव में एक मंदिर में रहने वाली बसंत गिरी माई (उम्र लगभग 90 वर्ष) पर गुरुवार सांय 4:00 बजे बाघ ने हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया। जिन्हें ग्रामीणों ने उपचार के लिए श्रीनगर अस्पताल पहुंचाया।
रानीहाट गांव के प्रधान संजय रावत ने गुलदार को पकड़ने के लिए वहां पिंजरा लगाने की मांग की। कीर्तिनगर क्षेत्र के वन क्षेत्राधिकारी बुद्धि प्रकाश ने बताया कि बाघ की सक्रियता को देखते हुए वन विभाग की टीम पहले से ही सक्रिय है। क्षेत्र में पिंजरा लगाने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा गया है।