गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग
श्रीनगर। मासूम बच्चों पर गुलदार के बढ़ते हमलों से क्षेत्र के लोगों में दहशत बनी हुई है। बुधवार को गुलदार को पकड़ने की मांग को लेकर गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने बिड़ला परिसर गेट के सम्मुख प्रदर्शन किया। वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्र नेताओं ने जल्द से जल्द गुलदार पकड़ने की मांग की।
इस दौरान छात्र नेता सुरेश सिंह ने कहा कि क्षेत्र में लगातार गुलदार का आतंक बना हुआ है, पिछले कुछ दिनों में कई बच्चों पर गुलदार हमलावर बना हुआ है। लेकिन वन विभाग अपनी सुस्ती को नहीं तोड़ पा रहा है। वन विभाग गुलदार को पकड़ने के लिए कोई सटीक रणनीति नहीं बना रहा है। श्रीनगर जैसे आबादी वाले क्षेत्र में वन विभाग की चौकी न होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकित उछोली ने कहा कि पिछले कुछ समय से क्षेत्र के लोग गुलदार के भय से आतंकित हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों पर गुलदार के हमले के बाद वन विभाग से ज्यादा स्थानीय लोग उसमें मदद कर रहे हैं। जब बाघ द्वारा बच्चों पर हमला हो रहा है तब हमारी पूरी टीम मौके पर होती है और वन विभाग के साथ हमारी टीम ने सर्च अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारी हमारे साथी को धमका रहे हैं। प्रदर्शन में आइसा छात्र संगठन से अतुल सती, रोबिन असवाल, प्रियंका आदि मौजूद रहे।
गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग
गुलदार के बढ़ते आतंक को देखते हुए क्षेत्र के लोगों ने गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग की है। भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य कुशलानाथ ने ईमेल के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज कर गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग की।
वन विभाग ने गुलदार की मूवमेंट मिलने पर और पिंजरे लगाए
वन विभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमरों में गुलदार की मूवमेंट मिलने पर और पिंजरे लगाए गए हैं। वन क्षेत्राधिकार ललित मोहन नेगी ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा श्रीनगर में 6 और श्रीकोट में 5 पिंजरे लगाए गए हैं। बाघ की मूवमेंट मिलने पर बुघाणी रोड पर सिंदरीगाड़ के पास बुधवार को एक और पिंजरा लगाया गया।
डीएफओ ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
श्रीकोट गंगानाली में गत रात्रि 4 वर्षीय अधीरा पर गुलदार ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। बुधवार को डीएफ़ओ स्वप्निल अनिरुद्ध, एसडीएम नुपुर वर्मा तथा एसडीओ लक्की शाह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। तथा गुलदार के सम्भावित पांच स्थानों पर वन विभाग की टीम द्वारा लगाए गए पिंजरों का निरीक्षण किया। उन्होंने वन विभाग की टीम को श्रीकोट में ही रहने के आदेश दिए।