
आवास विकास मैदान में 14 नवंबर से 20 नवंबर तक संचालित होगा बैकुंठ चतुर्दशी मेला
बैकुंठ चतुर्दशी मेले का उत्साह और बेसब्री से इंतजार करते हैं हजारों श्रद्धालु
खड़ा दिया अनुष्ठान के लिए हो चुके हैं 165 पंजीकरण
श्रीनगर। कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी की पुण्य बेला पर लगने वाले बैकुंठ चतुर्दशी मेले का इंतजार श्रीक्षेत्र के लोग प्रत्येक वर्ष बेसब्री से करते हैं।
आगामी 14 नवंबर से शुरू होने वाले सात दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेले के भव्य संचालन को लेकर नगर निगम प्रशासन द्वारा तैयारीयों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वहीं जनपद पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान द्वारा मेले के भव्य और सफल संचालन के लिए अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। गत वर्ष नगर निगम आयुक्त उप जिलाधिकारी नूपुर वर्मा की देखरेख में बैकुंठ चतुर्दशी मेला पूरी भव्यता के साथ संचालित हुआ था। आवास विकास मैदान में आयोजित मेले में क्षेत्रीय लोगों सहित ग्रामीण इलाकों से हजारों लोगों ने शिरकत की थी। इस वर्ष भी भक्तियाना स्थित आवास विकास मैदान में बैकुंठ चतुर्दशी मेला 14 नवंबर से शुरू होकर 20 नवंबर तक चलेगा।
खड़ा दिया अनुष्ठान के लिए मंदिर की साज-सज्जा से लेकर तैयारियां को दिया जा रहा अंतिम रूप
बैकुंठ चतुर्दशी मेले का शुभारंभ कमलेश्वर महादेव मंदिर में खड़ा दिया अनुष्ठान के साथ शुरू होता है। इसके लिए मंदिर प्रशासन मंदिर में रंग रोगन से लेकर तैयारियां को अंतिम रूप दे रहा है। कमलेश्वर मंदिर के महंत आशुतोष पुरी ने बताया कि संतान प्राप्ति एवं सुख समृद्धि की कामना हेतु खड़ा दिया अनुष्ठान के लिए अभी तक 165 पंजीकरण हो चुके हैं।
राफ्टिंग, हॉट एयर बेलून व अन्य एडवेंचर स्पोर्ट्स गतिविधियों को मेले के दौरान करें शामिल: डीएम
जिलाधिकारी ने श्रीनगर में बैकुंठ चतुर्दशी मेले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन होने वाले कार्यक्रमों, सांस्कृतिक प्रोग्राम, प्रतिदिन मेले में आने वाले अतिथियों सहित अन्य कार्यक्रमों का रोस्टर समय से तैयार करें। उन्होंने उपजिलाधिकारी श्रीनगर से मेले में आने वाले अतिथियों को आमंत्रण पत्र समय पर देने को कहा। उन्होंने पर्यटन विभाग को कहा कि मेले के दौरान राफ्टिंग, हॉट एयर बेलून व अन्य एडवेंचर स्पोर्ट्स गतिविधियों को शामिल करें। उन्होंने मेले में विभागीय स्टॉल लगाने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी ने मेले में सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए ताकि मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही उन्होंने मेले के दौरान भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेले की तैयारियों के लिए संबंधित विभागों से समन्वय बनाने और त्वरित कार्रवाई करने को कहा। जिससे मेले का आयोजन शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो सके।