वनग्नि से सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने मॉक ड्रिल में परखी व्यवस्थाएं
15 फरवरी से जनपद भर में वनाग्नि के प्रति व्यापक जन जागरूकता चलाने के दिये निर्देश
गढ़वाल। गुरुवार सुबह कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि वन विभाग की ल्वाली क्षेत्र की बीट तमलाग व पाबौ रोड पर स्थित सीगड़ बीट में आग लगी है।
आग की सूचना मिलते ही जनपद स्तरीय आईआरएस सिस्टम सक्रिय हुआ। जिसके तहत इंसिडेंट कमांडर/आरओ जिलाधिकारी डॉ० आशीष चौहान ने आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर घटना को कमांड किया।
वनाग्नि की घटना में तमलाग के मजेंठा में 2 व्यक्ति झूलसे व प्राथमिक विद्यालय में 2 छात्र धुंए से बेहोश हो गये। जिन्हें रेस्क्यू कर 108 के माध्यम से जिला अस्पताल पौड़ी भेजा गया। साथ अन्य छात्रों का सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया। जबकि सीगड़ में 02 व्यक्ति धुंए के कारण बेहोश हो गये थे, जिन्हें उपचार के लिए सीएचसी पाबौ भेजा गया।
घबराइए नहीं, यह सब देखने को मिला समुदाय केन्द्रित वन अग्नि मॉक अभ्यास में। वनग्नि से सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने मॉक ड्रिल में विभिन्न विभागों की व्यवस्थाएं परखीं।
मॉक ड्रिल के सफल आयोजन पर जिलाधिकारी ने मॉक ड्रिल में शामिल सभी अधिकारियों/कर्मचारियों व जन-सहभागिता को सराहा। कहा कि इस प्रकार के अभ्यास से हमें अपने सभी प्रकार के संसाधनों को परखने के अवसर मिलता है।
उन्होंने कहा कि वनाग्नि से वन्य जीवन के साथ साथ हमारा वायुमंडल भी दूषित होता है जिससे स्वांस संबंधी बीमारियो से जूझना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए जनजागरूकता व जनसहभागिता अति आवश्यक है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वनाग्नि को लेकर 15 फरवरी से व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि आदवाणी में शीतला खेत मॉडल का 20 फरवरी को उद्घाटन किया जाएगा जिससे वनाग्नि को रोकने में निश्चित रूप से सहायता मिलेगी।
मॉक ड्रिल के दौरान कंट्रोल रूम में डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध, सीडीओ गिरीश गुणवंत, अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, डीएफओ सीविल एवं सोयम पवन सिंह, एसएसबी से आये ऑब्जर्वर/असिस्टेंट कमांडेंट अरुण, मेजर ऋषिकेश सहित एनडीएमए, एसडीएमए, डीडीएमए, पुलिस, राजस्व, वन, एसडीआरफ सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।